पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पास एक कैफे में भीषण आग लग गई

पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पास एक कैफे में भीषण आग लग गई

पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पास एक कैफे में गुरुवार की दोपहर में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि किचन में गैस सिलेंडर लीक होने की वजह से यह हादसा हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि सिलेंडर किचन में ही फट गया। इस वजह से आग बढ़ गई। आधे घंटे के भीतर ही पूरा कैफे जलकर खाक हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे में आग पर काबू पाया। मौके पर सरस्वती नगर थाने की पुलिस भी पहुंच गई थी।

रविशंकर यूनिवर्सिटी के मुख्य प्रवेश द्वार के पास और थाने से करीब 100 मीटर दूर दो मंजिला बंक क्लास कैफे है। सड़क से गुजर रहे लोगों को दोपहर में 3.15 बजे के आसपास कैफे से धुआं निकलता दिखाई दिया। थोड़ी ही देर में वहां से आग की लपटें निकलने लगीं। इस दौरान कैफे में चार-छह लोग मौजूद थे जो घबरा गए। इनमें युवा ज्यादा थे।

वे कुछ खाने के लिए कैफे में आए थे। आग लगते ही कैफे में भगदड़ की स्थिति बन गई। ग्राहकों को फौरन कैफे से बाहर जाने के लिए कहा गया। वे सुरक्षित बिल्डिंग से बाहर आ गए। कर्मचारी और अन्य स्टाफ भी भागकर बाहर आ गया। कुछ मिनटों में ही आग ने पूरे कैफे को अपनी चपेट में ले लिया।

तेज आग की लपटें और धुआं दूर तक दिखाई दे रहा था। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड भी वहां पहुंच गई। 2 दमकलों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कैफे में ज्यादातर काम वुड फर्निशिंग का था। इस वजह से आग तेजी से फैल गई और आधे घंटे से भी कम समय में सबकुछ जलकर खाक हो गया।

पुलिस कर रही है जांच

आग पर काबू पाने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि कैफे में सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे या नहीं? रविवि और आसपास कॉलेजों की संख्या ज्यादा होने से कैफे में ज्यादातर छात्र पहुंचते हैं।

ठेले और कोचिंग सेंटर भी

बताया जा रहा है कि जिस कैफे में आग लगी वहां आसपास कुछ कोचिंग सेंटर और वेज-नॉनवेज के ठेले-स्टॉल भी रहते हैं। छुट्टी की वजह से कोचिंग क्लास बंद थीं। स्टॉलों में शाम को ज्यादा भीड़ लगती है। दोपहर को हादसा होने की वजह से भीड़ कम थी।