हनोदा में आयोजित शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर

हनोदा में आयोजित शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर

दुर्ग /दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हनोदा में आयोजित शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे ने की और विशेष अतिथि के रूप में जनपद सदस्य जितेंद्र टंडन, ग्राम पंचायत सरपंच लक्ष्मी साहू और शाला विकास प्रबंधन समिति अध्यक्ष परमानंद चंद्राकर उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के तैल चित्र पर माल्या रोपण कर किया गया। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को शाल, श्रीफल और प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया। यह आयोजन का 21वां वर्ष है।इस अवसर पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डॉक्टर प्रज्ञा सिंह का भी सम्मान किया गया। उन्होंने अपने द्वारा बनाए गए गणित लैब एवं नवसाक्षर उल्लास का निरीक्षण कर विद्यार्थियों के लिए नवाचारपूर्ण शैक्षणिक वातावरण की सराहना की।इस अवसर पर अपने संबोधन में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कल की भारत को अपने हाथों से गढ़ने वाले देश और संस्कृति में सर्वोच्च स्थान रखने वाले ऐसे गुरुजनों का समस्त ग्रामवासी हनोदा आज सम्मानित कर रहे हैं हमारे गांव के लिए आज गौरव का विषय है हमारे स्कूल में पढ़ने वाली शिक्षिका जिसको इस वर्ष राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया। डॉ प्रज्ञा सिंह स्कूल में पदस्थ होने के बाद से ही बच्चों को गणित की कठिनाइयों से दूर किया नए-नए प्रयोग किया और खेल-खेल में शिक्षा को सुगम बनाया उनके द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया गया उनका कार्य काबिले तारीफ है उनके द्वारा गणित का लैब तैयार किया गया है जिसके माध्यम से गणित को आप आसानी से समझ सकते हैं। 

आगे श्री चंद्राकर ने कहा अगर जीवन में आगे बढ़ाना है तो गुरु के बताए रास्ते पर चलना होगा बच्चों को निखारने का काम एक शिक्षक ही करते हैं बच्चों की स्थिति को समझकर वह कौन सा सब्जेक्ट चुनना चाहते हैं कौन सा क्षेत्र में जाना चाहते हैं उसको समझते हैं उसके बाद उसको आगे बढ़ाने का का काम गुरुजन करते हैं शिक्षक और बच्चे दोनों का कर्तव्य है की एक दूसरे का सम्मान करें।आगे श्री चंद्राकर ने गुरु जनों से आग्रह किया कि अच्छी से शिक्षा दे जिससे एक सभ्य नागरिक बन सके। और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके। साथ ही उपस्थित माता-पिता से आग्रह करता हूं कि बच्चों का पहले शिक्षक माता-पिता ही होते हैं जिस तरह से आप संस्कार देंगे बच्चा उसी तरह से जीवन के पथ पर अग्रसर होंगे आज के समय में मां-बाप का कर्तव्य है कि आपका बच्चा क्या कर रहा है उसका जरूर मॉनिटरिंग करें आप सभी को सफल आयोजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।इस अवसर पर 25 शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिनमें राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित शिक्षिका डॉ प्रज्ञा सिंह, प्राचार्य एस झा, तृप्ति साहू, ज्योति लक्ष्मी साहू, आशिमा सिंह, प्रशांत वर्मा, राजेश बिल्लाई, सविता कुकरेती, नीलिमा ठाकुर, नंद ठाकुर, हेडमास्टर परमानंद देवांगन, समीक्षा सिंह, किरण साहू, सतीश चंद्राकर, सरोजनी वर्मा, भावना राजपूत, स्लेडिश सिंह, महिमा पीटर्स, इंदु वर्मा, निखिल समंदार, ज्ञानेश्वरी मिश्रा, विभा गुप्ता, गायत्री कवर, हीमलता बंजारे शामिल हैं।इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष शीतला ठाकुर, मंडल महामंत्री चंदू देवांगन, महामंत्री प्रवीण यदु, उपाध्यक्ष विमला कामड़े, देवेन्द्र भारती, उपसरपंच प्रकाश पटेल, पूर्व सरपंच तेजराम चंदेल, मोहन लाल साहू, हीरालाल चंद्राकर, पंचराम कुंभकार, हेमा कुंभकार, सरोजनी पंचगण मनीष चंदेल, मनोज पटेल, मोहित निषाद, बसंत चंदेल, बेदराम ख़ुटेल, दौलत राम यादव, शाला विकास समिति अध्यक्ष परमानंद चंद्राकर, दानेश्वर यादव, दिनेश पटेल, राजेश साहू, रमेश पटेल, किशोर साहू, भुनेश्वर साहू, कीर्तन साहू राजकुमार साहू उपस्थित रहे।