छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में परिजनों ने गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर उसे कांधे से ढोकर एंबुलेंस तक पहुंचाया
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में परिजनों ने गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर उसे कांधे से ढोकर एंबुलेंस तक पहुंचाया है। परिजन करीब 3 किमी पैदल चलकर जंगल का सफर तय किए, फिर गांव के बाहर खड़ी एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल लेकर गए।
बताया जा रहा है कि गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है। बारिश की वजह से चारों तरफ पानी भरा हुआ है, जिससे गांव वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मामला सुकमा जिले के एर्राबोर इलाके के लैंड्रा गांव का है।
दरअसल, यह इलाका बेहद संवेदनशील है। गाव की रहने वाली एक गर्भवती महिला को शनिवार को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने इसकी खबर स्वास्थ्य विभाग और एंबुलेंस कर्मचारियों को दी। हालांकि एंबुलेंस के कर्मचारी महिला को लेने पहुंच तो गए, लेकिन उन्हें गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर ही रुकना पड़ा। गांव तक पहुंचने वाले कच्चे मार्ग में बारिश का पानी भरा हुआ था।
ऐसे में परिजन महिला को एक खाट पर लेटा दिए, फिर उस खाट को कावड़ की तरह अपने कंधों पर ढोकर जंगल के रास्ते एंबुलेंस तक पहुंचे। महिला दर्द से तड़पती रही। हालांकि, उनके परिजन उन्हें हौसला देते रहे। बारिश के बीच महिला की जंगल के रास्ते, बरसाती नाले पार कर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया, जिसके बाद महिला को अस्पताल भिजवाया गया।