दुर्ग जिले में संदिग्ध आचरण और कार्य में लापरवाही पर सालभर में 110 पुलिस जवानों के खिलाफ की गई कार्रवाई,SP ने लाइन अचैट करने के साथ किया सस्पेंड

दुर्ग । दुर्ग जिले में संदिग्ध आचरण और कार्य में लापरवाही पर सालभर में 110 पुलिस जवानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई एसपी जितेंद्र शुक्ला ने की है। इनमें ज्यादातर को लाइन अटैच किया गया है। कुछ जवानों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई भी की गई है। कुछ आरक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज उनके खिलाफ कार्रवाई की गई और जेल भेजा गया। जिले में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई संदिग्ध आचरण करने वाले जवानों के खिलाफ की गई है।
केस – 1. महादेव सट्टा ऐप मामले में संदिग्ध आरक्षक भीम सिंह यादव, अर्जुन यादव और सहदेव यादव के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्हें सस्पेंड किया गया। जांच के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया।
दुर्ग जिले में पदस्थ होने के बाद एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने आईजी रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन में कानून व्यवस्था में कसावट लाने के लिए कवायद शुरू की। जुआ, सट्टा, कबाड़ी और नशे के कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया। इस बीच उन्हें कई पुलिस कर्मचारियों के संदिग्ध आचरण की शिकायत मिली। उन्होंने इसे बहुत गंभीरता से लिया। क्योंकि इससे पुलिस विभाग की बदनामी होती और जनता का विश्वास भी कमजोर होता। उन्होंने पहले पुलिस कर्मचारियों को अपना आचरण सुधारने का मौका दिया। उसके बाद भी शिकायत मिली तो उन्होंने सीधी कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को सुधरने का मौका दिया गया, लेकिन वे सुधरना नहीं चाहते। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेंगे। सभी को निर्देशित किया गया है बेहतर पुलिसिंग पर फोकसे करें। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। – जितेन्द्र शुक्ला, एसपी दुर्ग