बाबा गुरू घासीदास जी का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र-मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय

बाबा गुरू घासीदास जी का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र-मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय

 

रायपुर :  मिनी गिरौदपुरी सतनाम धाम गिरहोला में संत समागम में शामिल हुए मुख्यमंत्रीगिरहोला में ऑडिटोरियम के लिए 50 लाख रूपएमिनी गिरौदपुरी सतनाम धाम गिरहोला में संत समागम में शामिल हुए मुख्यमंत्रीमिनी गिरौदपुरी सतनाम धाम गिरहोला में संत समागम में शामिल हुए मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज दुर्ग जिले के मिनी गिरौदपुरी धाम ग्राम गिरहोला में आयोजित संत समागम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि आस्था के इस केंद्र पर आयोजित संत समागम में सम्मिलित होने का सुअवसर मिला। उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी एक महान संत थे। जिन्होंने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया। गुरू घासीदास बाबा जी का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र है। बहुत सरल शब्दों में उनके द्वारा कहे गए इन शब्दों को यदि व्यक्ति आत्मसात कर ले तो फिर उससे बड़ा सुखी व्यक्ति कोई नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ऐसे महापुरूष थे, जिन्होंने अपने गांव, समाज, राज्य और देश में बदलाव लाने की पहल की। मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों की मांग पर ग्राम गिरहोला में आडिटोरियम निर्माण के लिए 50 लाख रूपए और तालाब सौन्दर्यीकरण के लिए 25 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम स्थल पर मंदिर में गुरूगद्दी का दर्शन कर पूजा अर्चना की और जैतखाम में श्वेत ध्वजा फहराया। कार्यक्रम में खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम भी उनके साथ मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संत बाबा गुरू घासीदास जी ने तप किया और सिद्धि प्राप्त की और फिर वे समाज के उद्धार के लिए निकल पड़े। उन्होंने जनता के कष्टों का निवारण किया। बाबा गुरू घासीदास के संदेश हमें मानवता से जोड़ते हैं। दुनिया में आज इतनी गैर बराबरी है कि स्त्रियों और पुरूषों के बीच भी बहुत भेदभाव होता है, लेकिन बाबा गुरू घासीदास जी ने सैकड़ों वर्ष पहले बेटी और बेटे को समान मानने का उपदेश देकर स्त्री और पुरूष के बीच समानता का संदेश दिया था। जिस तरह गुरू घासीदास जी ने समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के उत्थान को अपना लक्ष्य बनाया, उसी तरह सरकार ने भी अंत्योदय को अपना लक्ष्य बनाया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने छत्तीसगढ़ को फिर से खुशहाल बनाने की गारंटी दी है। आप लोगों ने मोदी जी की गारंटियों पर विश्वास जताया है। इसके लिए मैं आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी जी की गारंटियों को हम क्रमशः पूरा कर रहे हैं। सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में इस पर अमल भी शुरू कर दिया गया है। गारंटी के अनुरूप हमने 18 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के घर स्वीकृत करने का निर्णय लिया। पूर्व प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन, सुशासन दिवस पर छत्तीसगढ़ के किसानों को 2 साल का बकाया धान बोनस देने का वादा भी हमने पूरा कर दिया है। सुशासन दिवस पर किसानों के खातों में 3716 करोड़ रूपए की बोनस अंतरित की गई। मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमारी सरकार ने किसानों से 3100 रूपए क्विंटल के भाव से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय भी लिया है, जो किसान धान बेच चुके हैं उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। मोदी जी की गारंटियों को पूरा करने के साथ-साथ हम केंद्र सरकार की योजनाओं को भी छत्तीसगढ़ में प्रभावी तरीके से लागू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा गांवों और शहरों में पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के साथ-साथ हमें विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण भी करना है।

कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने लोगों को सम्बोधित करते हुए सतनाम के रास्ते पर चल कर प्रदेश और देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया। खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने अपने उद्बोधन में लोगों से बाबा गुरु घासीदास जी के बताए मार्ग का अनुकरण कर समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का आह्वान किया। पूर्व विधायक श्री सांवला राम डहरे ने स्वागत उद्बोधन में गांव के मिनी गिरौदपुरी स्वरूप पर प्रकाश डाला। उन्होंने आस्था के इस केंद्र को विकसित कराने की जरूरत पर बल दिया। इस अवसर पर समाज के पदाधिकारी और सदस्य तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।