एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर प्रतिभागियों ने बटोरी तालियां  200 बच्चों ने दी प्रस्तुति, 80 ने जीते इनाम

एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर प्रतिभागियों ने बटोरी तालियां  200 बच्चों ने दी प्रस्तुति, 80 ने जीते इनाम

भिलाई। नृत्यधाम कला समिति द्वारा आयोजित देश राग ओपन राष्ट्रीय नृत्य, संगीत सहित ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता के पांचवें दिन करीब 200 बच्चों ने प्रस्तुति दी। इनमें करीब 80 बच्चों को पुरस्कृत किया गया।नृत्य गुरु डॉ. राखी रॉय ने बताया कि आयोजन के पांचवें दिन एसएनजी विद्या भवन सेक्टर-4 भिलाई और सुराना कॉलेज दुर्ग में 200 बच्चें ने कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, कथक, मोहिनी अट्टम की प्रस्तुति दी। निर्णायक दल में शामिल जॉनसन, चैतन्य बोरकर, युवराज और रजनी मेनन द्वारा दिए गए अंक के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले 80 बच्चों को प्रशस्ती पत्र और मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया। प्रतिभागियों द्वारा कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, कथक, मोहिनी अट्टम की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। एक से बढ़कर एक प्रस्तुति के बाद भवन तालियों की गड़गड़ाहट से गुंज उठा। इस दौरान बड़ी संख्या में प्रतिभागी सहित उनके पेरेन्ट्स मौजूद थे।असफलता से न हो निराश, प्रयास जारी रखे- डॉ. राखी रॉय पुरस्कार नहीं पाने से कई बच्चे उदास नजर आए। ऐसे में नृत्य गुरु डॉ. राखी रॉय ने उन्हें और मेहनत की बात कही। डॉ. राखी रॉय ने प्रतिभागियों ने कहा कि जीवन में असफलता के बिना कभी सफलता नहीं मिलती। जीवन में सफल होने के लिए असफलताओं को सही तरीके से हैंडल करना सीखें। एक नई एनर्जी के साथ आगे बढ़ने के लिए खुद को मोटिवेट करें। असफलता आपको सफल होने के हज़ारों रास्ते दिखाती है। हर सफल आदमी कभी न कभी असफलता का सामना कर चुका होता है। अगर आपने ज़िंदगी में कभी असफलता नहीं देखी तो समझिए कि आपने सही मायने में सफलता नहीं देखी।  आप कई असफलताओं के बाद भी सफलता के दरवाजे खोल सकते हैं।