सफाई व्यवस्था देखने सुबह निकले कमिश्नर,खुले प्लाट पर कचरा देखकर भड़के कहा:सुपर वाइजर कराए अपने पैसे से सफाई
दुर्ग/29 नवंबर। नगर निगम।स्वच्छ शहर की परिकल्पना को लेकर शहर में सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर पानी, सड़क,बिजली, उद्यान,शुलभ शौचालय व नाली,पुलिया सफाई देखने कमिश्नर सुमित अग्रवाल सुबह 7 बजे वार्ड नंबर 29 पहुँचे।उन्होंने सफाई संबंधित व्यवस्था में एस.एल.आर.एम. सेंटर, ट्रेचिंग ग्राउण्ड, उद्यान, तालाब, पानी सप्लाई व्यवस्था आदि का वार्डो में जाकर निरीक्षण किये, आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।दौरे के दौरान वार्ड के भीतरी जगहों पर निजी प्लाट में कचरा देख सुपरवाइजर को अपने खर्च में उठाने का सख्त निर्देश दिए।उन्होंने सुपर वाइजर पर नाराजगी जताते हूए फटकार लगाते हुए कहा कि सफाई व्यवस्थाओं पर लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी और खुले प्लाट में कचरा फेंकने पर जुर्माना की कार्रवाही करने के निर्देश दिए।इस कड़ी में खुले में कचरा फेंकने और गंदगी फैलाने वालों पर रोक लगाई जावे। ऐसा करने वालों पर जुर्माना की कार्रवाई किया जाएगा। इसके साथ ही शहर में खाली पड़े प्लाट के मालिकों को भी नगर निगम द्वारा नोटिस जारी किया जाएगा।
नगर निगम के कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने बताया कि शहर की सफाई को ध्यान में रखते हुए खुले में कूड़ा फेंकने और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करेगा।नगर निगम अधिकारी ने बताया कि निगम से 60 वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम किया जा रहा है, लेकिन उसके बाद भी लोग खाली पड़े प्लाट में कचरा फेंक रहे हैं। इससे गंदगी फैल हो रही है।दौरे के दौरान कर्मशाला अधीक्षक शोएब अहमद,स्वच्छता निरीक्षण सुरेश भारती,कुणाल, राहुल सहित सुपर वाइजर व स्वस्थ्य विभाग मौजद रहे।
-खाली प्लॉट में कचरा मिला तो मालिक पर जुर्माना की कार्रवाई करेगी निगम:
निगम के अधिकारी ने बताया कि नगर निगम सीमा के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति का खाली प्लाट या भूमि है तो वह उसकी चारदीवारी अतिशीघ्र करें, क्योंकि खाली प्लाट और भूमि में व्यक्तियों द्वारा कूड़ा, गोबर आदि डालकर गंदगी फैलाई जाती है। अगर किसी भी खाली प्लाट और भूमि में गंदगी मिलती है तो उसके मालिक के खिलाफ निगम जुर्माना की कार्रवाई करेगा।दूसरे के प्लाट में कचरा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। यह कार्रवाई निरंतर चलेगी। इसके साथ ही खुला प्लाट छोड़ने वाले को नोटिस जारी किया जाएगा। यदि प्लाट को नही घेरा गया तो निगम उनके ऊपर भी जुर्माना की कार्रवाई करेगा।